Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Feb 2023 · 1 min read

कानन मे उदास मयूरी

कानन मे उदास मयूरी
********************

हसरतें रह गई अधूरी हैँ,
कोशिशें हद पार पुरी हैं।

बात पलभर में बिगड़ गई,
अभी तक मन में दूरी है।

मुख शर्म से लाल हुआ है,
चेहरे का रंग भी संदूरी है।

जान आफत में फंसी हुई,
बेचारा मुर्गा पका तंदूरी है।

मनसीरत अहेरी क्या करे,
कानन मे उदास मयूरी है।
*********************
सुखविंद्र सिंह मानसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
109 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
এটি একটি সত্য
এটি একটি সত্য
Otteri Selvakumar
ख़ामोशी
ख़ामोशी
Dipak Kumar "Girja"
एहसास ए तपिश क्या होती है
एहसास ए तपिश क्या होती है
Shweta Soni
कौसानी की सैर
कौसानी की सैर
नवीन जोशी 'नवल'
बगिया के गाछी आउर भिखमंगनी बुढ़िया / MUSAFIR BAITHA
बगिया के गाछी आउर भिखमंगनी बुढ़िया / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
इजाज़त है तुम्हें दिल मेरा अब तोड़ जाने की ।
इजाज़त है तुम्हें दिल मेरा अब तोड़ जाने की ।
Phool gufran
जय माँ दुर्गा देवी,मैया जय अंबे देवी...
जय माँ दुर्गा देवी,मैया जय अंबे देवी...
Harminder Kaur
आदिपुरुष फ़िल्म
आदिपुरुष फ़िल्म
Dr Archana Gupta
कवियों की कैसे हो होली
कवियों की कैसे हो होली
महेश चन्द्र त्रिपाठी
आए हैं रामजी
आए हैं रामजी
SURYA PRAKASH SHARMA
मदनोत्सव
मदनोत्सव
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जै जै जग जननी
जै जै जग जननी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
'कोंच नगर' जिला-जालौन,उ प्र, भारतवर्ष की नामोत्पत्ति और प्रसिद्ध घटनाएं।
'कोंच नगर' जिला-जालौन,उ प्र, भारतवर्ष की नामोत्पत्ति और प्रसिद्ध घटनाएं।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मोदी का अर्थ महंगाई है ।
मोदी का अर्थ महंगाई है ।
Rj Anand Prajapati
समय
समय
Paras Nath Jha
दिल में रह जाते हैं
दिल में रह जाते हैं
Dr fauzia Naseem shad
कलम की वेदना (गीत)
कलम की वेदना (गीत)
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
Unrequited
Unrequited
Vedha Singh
राम कृष्ण हरि
राम कृष्ण हरि
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
आहवान
आहवान
नेताम आर सी
*कभी मस्तिष्क से ज्यादा, हृदय से काम लेता हूॅं (हिंदी गजल)*
*कभी मस्तिष्क से ज्यादा, हृदय से काम लेता हूॅं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
संसाधन का दोहन
संसाधन का दोहन
Buddha Prakash
🙅ओनली पूछिंग🙅
🙅ओनली पूछिंग🙅
*प्रणय प्रभात*
3427⚘ *पूर्णिका* ⚘
3427⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
मन तो बावरा है
मन तो बावरा है
हिमांशु Kulshrestha
धुंध छाई उजाला अमर चाहिए।
धुंध छाई उजाला अमर चाहिए।
Rajesh Tiwari
जां से गए।
जां से गए।
Taj Mohammad
ये धरती महान है
ये धरती महान है
Santosh kumar Miri
जीने दो मुझे अपने वसूलों पर
जीने दो मुझे अपने वसूलों पर
goutam shaw
नये वर्ष का आगम-निर्गम
नये वर्ष का आगम-निर्गम
Ramswaroop Dinkar
Loading...