Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2024 · 1 min read

कातिलाना है चाहत तेरी

कातिलाना है चाहत तेरी
आ बसा दे तू जन्नत मेरी
तेरे बिन जियूं ना मरूं…
हां हां मैं,तुम से ही प्यार करुं
तू मिला है तो,खुशियां मिल गयी
रब से हम को इजाजत मिल गयी
पलकों पर तुम को रखूं…
हां हां मैं, तुम से ही प्यार करूं

जब से तुम से ये आंख है मिल गयी
रातों की सारी नींद भी उड़ गयी
सपनों में तुम को देखूं….
हां हां मैं,तुम से ही प्यार करूं
तूझ में बसती है दुनिया मेरी
तू हकीकत,या सपना कोई
सजदा मैं खुद को करुं…
हां हां मैं, तुम से ही प्यार करूं

कातिलाना है चाहत तेरी
आ बसा दें तू जन्नत मेरी
तेरे बिन जियूं ना मरूं…
हां हां मैं,तुम से ही प्यार करुं
हां हां मैं,तुम से ही प्यार करुं…

Language: Hindi
Tag: गीत
67 Views

You may also like these posts

राहत
राहत
Seema gupta,Alwar
इतवार यूं मनाएं
इतवार यूं मनाएं
अरशद रसूल बदायूंनी
मैया नवरात्रि में मुझपर कृपा करना
मैया नवरात्रि में मुझपर कृपा करना
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
बच्चे
बच्चे
MUSKAAN YADAV
चाहे अकेला हूँ , लेकिन नहीं कोई मुझको गम
चाहे अकेला हूँ , लेकिन नहीं कोई मुझको गम
gurudeenverma198
पंकज बिंदास कविता
पंकज बिंदास कविता
Pankaj Bindas
रिश्ते और साथ टूटना कभी भी अच्छा नहीं है हमारे हिसाब से हर व
रिश्ते और साथ टूटना कभी भी अच्छा नहीं है हमारे हिसाब से हर व
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
वैसे कार्यों को करने से हमेशा परहेज करें जैसा कार्य आप चाहते
वैसे कार्यों को करने से हमेशा परहेज करें जैसा कार्य आप चाहते
Paras Nath Jha
बिना कुछ कहे
बिना कुछ कहे
Harminder Kaur
शे
शे
*प्रणय*
गुजरे हुए लम्हात को का याद किजिए
गुजरे हुए लम्हात को का याद किजिए
VINOD CHAUHAN
Mksport là một trong những nhà cái c&aa
Mksport là một trong những nhà cái c&aa
MKSport
"जुनून"
Dr. Kishan tandon kranti
किसी को इतना भी प्यार मत करो की उसके बिना जीना मुश्किल हो जा
किसी को इतना भी प्यार मत करो की उसके बिना जीना मुश्किल हो जा
रुचि शर्मा
रोपाई
रोपाई
Ashok Sharma
*उठाओ प्लेट खुद खाओ , खिलाने कौन आएगा (हास्य मुक्तक)*
*उठाओ प्लेट खुद खाओ , खिलाने कौन आएगा (हास्य मुक्तक)*
Ravi Prakash
दायित्व
दायित्व
TAMANNA BILASPURI
.*यादों के पन्ने.......
.*यादों के पन्ने.......
Naushaba Suriya
ये कलयुग है ,साहब यहां कसम खाने
ये कलयुग है ,साहब यहां कसम खाने
Ranjeet kumar patre
मेरा नौकरी से निलंबन?
मेरा नौकरी से निलंबन?
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
प्रकाश एवं तिमिर
प्रकाश एवं तिमिर
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
सपना बुझाला जहान
सपना बुझाला जहान
आकाश महेशपुरी
2502.पूर्णिका
2502.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
धन से आप दुनिया की कोई भी वस्तु खरीद सकते है।
धन से आप दुनिया की कोई भी वस्तु खरीद सकते है।
Rj Anand Prajapati
ভ্রমণ করো
ভ্রমণ করো
Arghyadeep Chakraborty
खुद पर ही
खुद पर ही
Dr fauzia Naseem shad
जिसने दिया था दिल भी वो उसके कभी न थे।
जिसने दिया था दिल भी वो उसके कभी न थे।
सत्य कुमार प्रेमी
कोई हादसा भी ज़रूरी है ज़िंदगी में,
कोई हादसा भी ज़रूरी है ज़िंदगी में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वो तीर ए नजर दिल को लगी
वो तीर ए नजर दिल को लगी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
स्त्री हूं केवल सम्मान चाहिए
स्त्री हूं केवल सम्मान चाहिए
Sonam Puneet Dubey
Loading...