काग़ज़ के पुतले बने,
काग़ज़ के पुतले बने,
घर के चौकीदार
आग लगी है चार सूं,
बचना मुश्किल यार
महावीर उत्तरांचली
काग़ज़ के पुतले बने,
घर के चौकीदार
आग लगी है चार सूं,
बचना मुश्किल यार
महावीर उत्तरांचली