कांग्रेस की नींव हिल गई ..
तुम्हारे अनुभवी और बुद्धिशाली वरिष्ठ जनों के ,
अकूत परिश्रम से या कांग्रेस मजबूत बनी थी ।
अब भरे है इसमें बईमान ,मक्कार और अज्ञानी ,
तो इसकी नींव हिलकर रही जो हिलनी ही थी ।
तुम्हारे अनुभवी और बुद्धिशाली वरिष्ठ जनों के ,
अकूत परिश्रम से या कांग्रेस मजबूत बनी थी ।
अब भरे है इसमें बईमान ,मक्कार और अज्ञानी ,
तो इसकी नींव हिलकर रही जो हिलनी ही थी ।