काँटों का दामन हँस के पकड़ लो
काँटों का दामन हँस के पकड़ लो
जिंदगी तुम्हारी यूँ बदल जाएगी
गुलाब काँटों में ही मुस्कुराता है
इसलिए सभी के मन को भाता है
मुस्कुरा लो जिंदगी महक जाएगी
काँटे चुभने का डर तो होता है
जो चुनता ये रास्ता निडर होता है
चलने से ही मंजिल मिल पाएगी
“विनोद” काँटों में छिपा राज है
क्योंकि जिंदगी काँटों का ताज है
हँसते गाते ही उम्र कट जाएगी
काँटों का दामन हँस के पकड़ लो
जिंदगी तुम्हारी यूँ बदल जाएगी
स्वरचित:—-
( विनोद चौहान )