Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jul 2020 · 1 min read

कहीं कुछ कमी सी है

हवा में सरसराहट कम है
धूप में गरमाहट कम है ,

होली में फगुआहट कम है
दिवाली में जगमगाहट कम हैं ,

चूड़ियों में खनखनाहट कम है
पायलों में छनछनाहट कम है ,

फूलों में खुशबूआहट कम हैं
भँवरो में गुनगुनाहट कम हैं ,

पैसों में खनखनाहट कम है
मँहगाई में नरमाहट कम है ,

लेखनी में सच्चाहट कम है
अखबार में लिखावट कम है ,

अमीरों में हनकाहट कम है
गरीबों में दिखावट कम है ,

राजनिति में कर्माहट कम है
जनता में जोशाहट कम है ,

अपनों में अपनाहट कम है
रिश्तों में शर्माहट कम है ,

नसों में झनझनाहट कम है
खून में सरसराहट कम है ,

एहसास में जज़्बाहट कम है
प्यार में फिक्राहट कम है ,

यही कुछ कमी सी है
कहीं कुछ कमी सी है !!!

स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 30/01/18 )

Language: Hindi
4 Likes · 4 Comments · 491 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mamta Singh Devaa
View all
You may also like:
डर - कहानी
डर - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जो सब समझे वैसी ही लिखें वरना लोग अनदेखी कर देंगे!@परिमल
जो सब समझे वैसी ही लिखें वरना लोग अनदेखी कर देंगे!@परिमल
DrLakshman Jha Parimal
उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे।
उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
💐प्रेम कौतुक-285💐
💐प्रेम कौतुक-285💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
'समय की सीख'
'समय की सीख'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
तेरे संग ये जिंदगी बिताने का इरादा था।
तेरे संग ये जिंदगी बिताने का इरादा था।
Surinder blackpen
स्त्री:-
स्त्री:-
Vivek Mishra
आजकल गरीबखाने की आदतें अमीर हो गईं हैं
आजकल गरीबखाने की आदतें अमीर हो गईं हैं
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
छन्द- वाचिक प्रमाणिका (मापनीयुक्त मात्रिक) वर्णिक मापनी – 12 12 12 12 अथवा – लगा लगा लगा लगा, पारंपरिक सूत्र – जभान राजभा लगा (अर्थात ज र ल गा)
छन्द- वाचिक प्रमाणिका (मापनीयुक्त मात्रिक) वर्णिक मापनी – 12 12 12 12 अथवा – लगा लगा लगा लगा, पारंपरिक सूत्र – जभान राजभा लगा (अर्थात ज र ल गा)
Neelam Sharma
****शीतल प्रभा****
****शीतल प्रभा****
Kavita Chouhan
तलाशी लेकर मेरे हाथों की क्या पा लोगे तुम
तलाशी लेकर मेरे हाथों की क्या पा लोगे तुम
शेखर सिंह
2680.*पूर्णिका*
2680.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Have faith in your doubt
Have faith in your doubt
AJAY AMITABH SUMAN
मिलेगा हमको क्या तुमसे, प्यार अगर हम करें
मिलेगा हमको क्या तुमसे, प्यार अगर हम करें
gurudeenverma198
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
*चलें साध कर यम-नियमों को, तुम्हें राम जी पाऍं (गीत)*
*चलें साध कर यम-नियमों को, तुम्हें राम जी पाऍं (गीत)*
Ravi Prakash
कुछ मीठे से शहद से तेरे लब लग रहे थे
कुछ मीठे से शहद से तेरे लब लग रहे थे
Sonu sugandh
खूबसूरत जिंदगी में
खूबसूरत जिंदगी में
Harminder Kaur
मातृ रूप
मातृ रूप
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
पढ़ाई
पढ़ाई
Kanchan Alok Malu
अपने सुख के लिए, दूसरों को कष्ट देना,सही मनुष्य पर दोषारोपण
अपने सुख के लिए, दूसरों को कष्ट देना,सही मनुष्य पर दोषारोपण
विमला महरिया मौज
रिश्तों की कसौटी
रिश्तों की कसौटी
VINOD CHAUHAN
"बिन स्याही के कलम "
Pushpraj Anant
तुम अगर कांटे बोओऐ
तुम अगर कांटे बोओऐ
shabina. Naaz
सूखी नहर
सूखी नहर
मनोज कर्ण
चेहरे की मुस्कान छीनी किसी ने किसी ने से आंसू गिराए हैं
चेहरे की मुस्कान छीनी किसी ने किसी ने से आंसू गिराए हैं
Anand.sharma
वो तो शहर से आए थे
वो तो शहर से आए थे
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
तू जब भी साथ होती है तो मेरा ध्यान लगता है
तू जब भी साथ होती है तो मेरा ध्यान लगता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
उधार  ...
उधार ...
sushil sarna
अपनेपन की रोशनी
अपनेपन की रोशनी
पूर्वार्थ
Loading...