कहीं इश्क ना हो जाये
नैनो से कह दो कहीं अश्क ना हो जाये ।
गलती से परदेशी से इश्क ना हो जाये ।
हमारी एक झलक की खातिर तू बेकरार ना हो जाये ।
रखना साये में जुबां को कहीं इकरार ना हो जाये ।
करके दीदार मेरा तू कहीं खो ना जाये ।
करके याद हमको तू खुद को भूल ना जाये ।
रखले उंगली लबों पर कहीं दिल फिसल ना जाये ।
हमसे बार बार मिलने को पागल मचल ना जाये ।
बेरुखी से हमारी कहीं तू रूठ ना जाये ।
जुदाई में तेरा दिल कहीं टूट ना जाये ।