कहीँ में रख लूँ इस दिल को छुपा के,
कहीँ में रख लूँ इस दिल को छुपा के,
कुछ ऐसा लग रहा है तुझसे नजरें मिलाके!
गर हो गयी मुहब्बत तो कह भी न सकूँगा,
दर्द तेरा ले जाये न इस दिल को चुरा के..!
Yashvardhan Goel
कहीँ में रख लूँ इस दिल को छुपा के,
कुछ ऐसा लग रहा है तुझसे नजरें मिलाके!
गर हो गयी मुहब्बत तो कह भी न सकूँगा,
दर्द तेरा ले जाये न इस दिल को चुरा के..!
Yashvardhan Goel