कहां है किसी को फिक्र ___ गजल/ गीतिका
मन में उठने वाले सवालों का जवाब भी नहीं देता है।
कहांं है किसी को फिक्र कोई भी सुध नहीं लेता है।।
वादे तो बहुत कुछ कर लेते हैं लोग जिंदगी में हमेशा,
हमने तो अभी तक किसी को साथ देते नहीं देखा है।।
सुख_ दुःख से भरा जीवन है जमाने में सभी का।
वक्त ने किसे है छोड़ा इंतिहान सभी कर लेता है।।
कोई होता सफल किसी को मिलती है असफलता।
तैयारी करके परीक्षा में पर्चा तो हर कोई देता है।।
बीत जाए जिंदगी हमारी समर्पण के साथ ही।
शपथ यही तो “अनुनय”का दिल हर पल लेता है।।
राजेश व्यास अनुनय