कहनी जो तुझसे वह एक बात ।
कहनी जो तुझसे
वह एक बात
जो बात दिल ने कही
आंखों से जान लो
वह एक बात
जो अब तक रही अनकही
मिलते हैं हम तुमसे
यूं तो कई दफा
बातों से बयां ना हुई
मेरी वफा
डरता दिल
तेरी दूरी से
चुप रहता शायद
इसी मजबूरी से
जुबान से दूर हैं
अभी दिल का रास्ता
तेरे सिवा ना
किसी से वास्ता
करती इंतजार नजरें
तेरे दीदार का
शायद यह इशारा
यह इशारा हैं प्यार का
पहली किरण
संदेश तेरा लाती हैं
सपनो के सागर के
किनारें हमे लगाती है
दिल जो पड़ा प्यार में
हुआ जो रमता जोगी
कभी तो इस रात की
सुबह जरूर होगी
दिन में तू साथ मेरे
तब मैं खुद के साथ हूं
जो आई रात तो मैं
तेरी यादों के हाथ हूं
आजकल हम खुद में नही
कन्हीं आप में रहते हैं
बिन नदी और पानी के
हम प्यार बहते हैं
ईक साथ तेरा बस
तेरा साथ ही तो चाहिए
दिल में आकर मेरे
वहीं बस जाइए
कह दीजिए वो
जो यह दिल सुनना चाहता
हम आपकी और बढ़ रहे
कुछ कदम आप भी बढ़ाइए।
जाइएगा ना छोड़कर
शिवा आपके हमारा कौन हैं
आप नही तो यह दिल
हर शोर में भी मौन हैं
क्या हैं आप हमारे लिए
यह तो हम न बता पाएंगे
जो साथ ना मिला आपका
हम तो मर ही जायेंगे ।