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31 May 2024 · 1 min read

कविता

कविता
जब शब्द न मिले बोलने को
कुछ समझ न आये
क्याबोलू
क्या सोचु
क्या कहूँ
तब लिखकर जब अपने भाव
जो बने वो कविता ……
जब सामने कोई न हो
मन बहुत भारी हो
तब जो बने वो कविता
किसी को कल्पना में
एक कागज पर उतारना
तब जो बने वो कविता

Language: Hindi
2 Likes · 63 Views

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