Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Dec 2016 · 1 min read

कविता

“सफर तुमसे”

अनचिन्हे से राहों मे निशां
कदमों के तुम्हारे
चिन्हित है
अमिट लकीरें

राह दिखाती साथ चलती
ख्यालों मे हमारे
धड़कती, साँसे
बिन हवा की चलती

अंतस के भीतर गहरे धूंध
के बीच, दिखती
लहराती ज्यो बाती
तुमारे प्रेम की, झूमती

तुम दरिया ,मै मौज बन
डुबती उबरती
कुछ पाती ,कुछ खोती
गाती इतराती

नही कोई कठिन अब डगर
हो तुम हमसफर
आसरा अब जहां का नही
छाँव रहती तुम्हारी

धुंधली तस्वीर हमारी
रंग जाती तुम्हारे रंग से
चमकती सवंरती
चंदन हो महकती

प्रमिला श्री

Language: Hindi
417 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"धरती गोल है"
Dr. Kishan tandon kranti
नव अंकुर स्फुटित हुआ है
नव अंकुर स्फुटित हुआ है
Shweta Soni
जय श्री राम
जय श्री राम
Neha
ज़रा मुस्क़ुरा दो
ज़रा मुस्क़ुरा दो
आर.एस. 'प्रीतम'
बैठे थे किसी की याद में
बैठे थे किसी की याद में
Sonit Parjapati
अब देर मत करो
अब देर मत करो
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
सच बोलने वाले के पास कोई मित्र नहीं होता।
सच बोलने वाले के पास कोई मित्र नहीं होता।
Dr MusafiR BaithA
याद आती है
याद आती है
Er. Sanjay Shrivastava
2721.*पूर्णिका*
2721.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हुआ है अच्छा ही, उनके लिए तो
हुआ है अच्छा ही, उनके लिए तो
gurudeenverma198
उठो पुत्र लिख दो पैगाम
उठो पुत्र लिख दो पैगाम
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
इंसान अपनी ही आदतों का गुलाम है।
इंसान अपनी ही आदतों का गुलाम है।
Sangeeta Beniwal
हम इतने सभ्य है कि मत पूछो
हम इतने सभ्य है कि मत पूछो
ruby kumari
इतनी भी तकलीफ ना दो हमें ....
इतनी भी तकलीफ ना दो हमें ....
Umender kumar
“ जियो और जीने दो ”
“ जियो और जीने दो ”
DrLakshman Jha Parimal
इंसान
इंसान
विजय कुमार अग्रवाल
जब हम छोटे से बच्चे थे।
जब हम छोटे से बच्चे थे।
लक्ष्मी सिंह
पलक झपकते हो गया, निष्ठुर  मौन  प्रभात ।
पलक झपकते हो गया, निष्ठुर मौन प्रभात ।
sushil sarna
देकर हुनर कलम का,
देकर हुनर कलम का,
Satish Srijan
हिंदी
हिंदी
Mamta Rani
चुप
चुप
Ajay Mishra
एक श्वान की व्यथा
एक श्वान की व्यथा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
इकिगाई प्रेम है ।❤️
इकिगाई प्रेम है ।❤️
Rohit yadav
नाचणिया स नाच रया, नचावै नटवर नाथ ।
नाचणिया स नाच रया, नचावै नटवर नाथ ।
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
■ आज का दोहा
■ आज का दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
यह नफरत बुरी है ना पालो इसे
यह नफरत बुरी है ना पालो इसे
VINOD CHAUHAN
Fastest technology since ages that is human mind .stop using
Fastest technology since ages that is human mind .stop using
Nupur Pathak
अंगदान
अंगदान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*तुलसीदास (कुंडलिया)*
*तुलसीदास (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
भाव
भाव
Sanjay ' शून्य'
Loading...