आँखें कुछ कहती हैं?
आखें कुछ कहती हैं?
सच को सच और झूठ को झूठ पढ़ लेती हैं,
आखें कुछ कहती हैं?
बंद आँखों से अपनेपन की बात वह समझती हैं
आखें कुछ कहती हैं?
एक आँख के बंद करने से मन की बात उगलती हैं,
आखें कुछ कहती हैं?
अश्रु की धारा से वो सब कलुषता धो देती हैं,
आखें कुछ कहती हैं?
आँख दिखाकर दूसरों का मुँह पलभर में बंद कर देती हैं
आखें कुछ कहती हैं?
आँखों के तारे को वह देख-देख हर्षाती हैं
आखें कुछ कहती हैं?
आँखों ही आँखों में वे दिल की बात समझती हैं
आखें कुछ कहती हैं?
आँख दिखाकर, आँख बचाकर सारे करतब करती हैं,
आखें कुछ कहती है?