कल सबको पता चल जाएगा
शीर्षक: “कल सबको पता चल जाएगा”
(सोमवार, 11 सितम्बर 2023)
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अब
जबकि –
सब ठीक-सा है,
ना मालूम
कब तक ऐसा रह पाएगा।
इक वक़्त भी ऐसा आएगा,
खुद वक़्त भी हार जाएगा।
कि –
क्या हुआ?
कैसे हुआ?
कल सबको पता चल जाएगा।।
कुछ सवाल रह जाएंगे,
कुछ किस्से रह जाएंगे।
अफसोस-
तब हम नहीं,
कोई और ही
वो सब बातें दोहराएंगे।
बातें तो करोगे,
याद करके
कभी मायूस,
कभी मुस्कुराओगे,
हम क्या थे,
क्या निकले,
ये इल्म ना था
बेवफा ऐसा छल जाएगा।।
इक वक़्त भी ऐसा आएगा,
खुद वक़्त भी हार जाएगा।
कि –
क्या हुआ?
कैसे हुआ?
कल सबको पता चल जाएगा।।
-सुनील सैनी “सीना”
राम नगर, रोहतक रोड़,
जीन्द (हरियाणा) -१२६१०२.