Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jul 2020 · 1 min read

“कली हू कुछ समय बाद खिल जाउगी”

कली हू ,कुछ समय बाद खिल जाउगी।
सब की जरूरत की खातिर एक पल में बिखर जाउगी।
उम्मीद सभी रखते हैं मुझसे,और करते तिरस्कार।
पूरी होने पर जरूरत मुझको कहते बेकार।
नारी हू में अपनी पर गर आउगी,
तो सब की कब्र खुदवाउगी।
कली हू कुछ समय बाद खिल जाउगी।
कमजोर समझ मुझको, सभी दबाते हैं।
इज्जत के नाम पे ,चार दिवारी में चुनवाते है।
आखिर कैसे अपने सपने में सजाउगी।
कली हू कुछ समय बाद खिल जाउगी।
एक तरफ देवी सा सम्मान करते।
दुजी और इज्जत को तार तार करते।
दुनिया में फैला जहर, कैसे में मिटाउगी ।
कली हू कुछ समय बाद खिल जाउगी।
सब्र,दया, सहनशीलता,प्रेम, ममता,शर्म,सब मेरे गहने है।
सब की खुशी के खातिर हर रिश्ते में पहने है।
उतार दिया गर में काली बन जाउगी।
कली हू कुछ समय बाद खिल जाउगी
सब की जरूरत की खातिर एक पल में बिखर जाउगी।
कली हू कुछ समय बाद खिल जाउगी।

Language: Hindi
8 Likes · 8 Comments · 257 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गिलहरी
गिलहरी
Kanchan Khanna
दिल के रिश्ते
दिल के रिश्ते
Dr fauzia Naseem shad
सत्यमेव जयते
सत्यमेव जयते
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
खींचो यश की लम्बी रेख।
खींचो यश की लम्बी रेख।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
"फ़िर से तुम्हारी याद आई"
Lohit Tamta
3321.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3321.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
🇮🇳 मेरी माटी मेरा देश 🇮🇳
🇮🇳 मेरी माटी मेरा देश 🇮🇳
Dr Manju Saini
ख्वाहिशों की ज़िंदगी है।
ख्वाहिशों की ज़िंदगी है।
Taj Mohammad
पंछी
पंछी
sushil sarna
● रूम-पार्टनर
● रूम-पार्टनर
*Author प्रणय प्रभात*
शिष्टाचार
शिष्टाचार
लक्ष्मी सिंह
The destination
The destination
Bidyadhar Mantry
योग और नीरोग
योग और नीरोग
Dr Parveen Thakur
When life  serves you with surprises your planning sits at b
When life serves you with surprises your planning sits at b
Nupur Pathak
दिल के दरवाज़े
दिल के दरवाज़े
Bodhisatva kastooriya
आखिर क्यों
आखिर क्यों
DR ARUN KUMAR SHASTRI
श्री राम का जीवन– गीत
श्री राम का जीवन– गीत
Abhishek Soni
*जो कहता है कहने दो*
*जो कहता है कहने दो*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
लिखते हैं कई बार
लिखते हैं कई बार
Shweta Soni
क्या कहूँ
क्या कहूँ
Ajay Mishra
कुण्डलिया-मणिपुर
कुण्डलिया-मणिपुर
दुष्यन्त 'बाबा'
*कुंडलिया छंद*
*कुंडलिया छंद*
आर.एस. 'प्रीतम'
सुहागरात की परीक्षा
सुहागरात की परीक्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अजीब हालत है मेरे दिल की
अजीब हालत है मेरे दिल की
Phool gufran
रिश्ते
रिश्ते
विजय कुमार अग्रवाल
खालीपन
खालीपन
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
एक गुनगुनी धूप
एक गुनगुनी धूप
Saraswati Bajpai
कामनाओं का चक्र व्यूह
कामनाओं का चक्र व्यूह
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दिल हमारा तुम्हारा धड़कने लगा।
दिल हमारा तुम्हारा धड़कने लगा।
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मरने से पहले / मुसाफ़िर बैठा
मरने से पहले / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
Loading...