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9 Oct 2024 · 1 min read

” कलम “

” कलम ”
कभी शौर्य का भाव जगाती कलम,
कभी क्रान्ति की चिंगारी फैलाती कलम।
कभी रोटी-पानी की मांग उठाती कलम,
कभी शिकायतें ऊपर पहुँचाती कलम।

2 Likes · 2 Comments · 33 Views
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