“कलम की अभिलाषा”
“कलम की अभिलाषा”
मानव-मानव में ना भेद हों
देश के वासी एक हों
मन में अच्छा भाव हों
आपस में गहरा जुड़ाव हों
मेरे सपने पहचान लो,
ऐ कलम थामने वालों
मेरी अभिलाषा जान लो।
“कलम की अभिलाषा”
मानव-मानव में ना भेद हों
देश के वासी एक हों
मन में अच्छा भाव हों
आपस में गहरा जुड़ाव हों
मेरे सपने पहचान लो,
ऐ कलम थामने वालों
मेरी अभिलाषा जान लो।