Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2024 · 1 min read

कलम आज उनको कुछ बोल

कलम आज उनको कुछ बोल
चुनाव पूर्व जो छत्तीस होते
चुनाव बाद तीरसठ हो जाते
इस छत्तीस तीरसठ के गणित में
दे अपना राय अनमोल.
कलम आज —————
प्रजातंत्र की अजब कहानी
छोटे दल की हो गयी मनमानी
मैंनडेट का शल्य क्रिया कर
हथिया लेते सत्ता अनमोल |
कलम आज————-
जनता भोली- भाली होती
छल- छद्म की समझ न होती
देकर वोट वर्ष पाँच तक
मतदाता, बन जाते बकलोल
कलम आज ———–
मिडिया भी हो गया अजीब है
रहता कहाँ किसी का अजीज है
जनता जाये, तो जाये कहाँ?
जब मिडिया बोले सियासी बोल
कलम आज ———-
नेता जी शातिर हैं ऐसे
नहीं डकारते खा सरकारी पैसे,
डुबे रहते दुराचार में फिरभी
बोलते सदाचार की बोल.
कलम आज ———–
खादी-खाकी में अजब है नाता
खा उपसर्ग दोनों को भाता
‘खा’ अक्षर का इज्जत रखकर
करते सारे विधि-विधान भंडोल.
कलम आज ——
सन सैंतालिस से चौबीस तक
नेहरु जी से नरेंद्र मोदी तक
लोक लुभावन नारा देकर
मतदाता से लेते वोट अनमोल
कलम आज ————–
वही गाँव, वही पगडंडी,
वही गरीबी, वही नर-मंडी
दिखा जनता को स्वप्न सुनहला
पीते नेता केसर-पिस्ता का घोल
कलम आज ————-

1 Like · 43 Views
Books from manorath maharaj
View all

You may also like these posts

कुछ खयाल हैं जो,
कुछ खयाल हैं जो,
Manisha Wandhare
कैसे हमसे प्यार करोगे
कैसे हमसे प्यार करोगे
KAVI BHOLE PRASAD NEMA CHANCHAL
हम तेरा
हम तेरा
Dr fauzia Naseem shad
बस यूं ही कुछ हो गया था।
बस यूं ही कुछ हो गया था।
Kumar Kalhans
मेरी कविता, मेरे गीत, मेरी गज़ल बन चले आना,
मेरी कविता, मेरे गीत, मेरी गज़ल बन चले आना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4. दृष्टि
4. दृष्टि
Lalni Bhardwaj
प्रेम
प्रेम
अंकित आजाद गुप्ता
जीवन का सफर नदी का सफर है
जीवन का सफर नदी का सफर है
Harinarayan Tanha
दुनिया तभी खूबसूरत लग सकती है
दुनिया तभी खूबसूरत लग सकती है
ruby kumari
कुछ औरतें खा जाती हैं, दूसरी औरतों के अस्तित्व । उनके सपने,
कुछ औरतें खा जाती हैं, दूसरी औरतों के अस्तित्व । उनके सपने,
पूर्वार्थ
रमेशराज के 2 मुक्तक
रमेशराज के 2 मुक्तक
कवि रमेशराज
" अधरों पर मधु बोल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
बेटी की शादी
बेटी की शादी
विजय कुमार अग्रवाल
"क्लियोपेट्रा"
Dr. Kishan tandon kranti
बेबस बाप
बेबस बाप
Mandar Gangal
नववर्ष
नववर्ष
Neeraj Agarwal
तूने ही मुझको जीने का आयाम दिया है
तूने ही मुझको जीने का आयाम दिया है
हरवंश हृदय
माँ
माँ
Dileep Shrivastava
क्या कहें
क्या कहें
Padmaja Raghav Science
नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है और कन्य
नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है और कन्य
Shashi kala vyas
मेरी अलमारी
मेरी अलमारी
अरशद रसूल बदायूंनी
summer as festival*
summer as festival*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
भजले तू जगदीश
भजले तू जगदीश
Dr. P.C. Bisen
किस पर करूं यकीन ...
किस पर करूं यकीन ...
Sunil Suman
*रामचरितमानस में अयोध्या कांड के तीन संस्कृत श्लोकों की दोहा
*रामचरितमानस में अयोध्या कांड के तीन संस्कृत श्लोकों की दोहा
Ravi Prakash
कुछ पल
कुछ पल
Sonam Puneet Dubey
गुज़ारिश है रब से,
गुज़ारिश है रब से,
Sunil Maheshwari
तुम्हें सोचना है जो सोचो
तुम्हें सोचना है जो सोचो
singh kunwar sarvendra vikram
'हाँ
'हाँ" मैं श्रमिक हूँ..!
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
**ईमान भी बिकता है**
**ईमान भी बिकता है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...