*कलमें इतिहास बनाती है*
समस्त धारा के जीवन का,
अस्तित्व कहां से आया है
नर नारी और पशु पक्षी ने,
कितना सहयोग निभाया है
प्रमाण सभी हैं पृष्ठों पर,
आधार तभी हम पाते हैं
तलवारे सिर्फ खून बहाती हैं
कलमें इतिहास बनाती है।
चाहे कोई गाथा हो,
या हो जीवन का सार कोई
फिर चाहे मानस की चौपाई हो,
या कुरान की आयत कोई
हथियारों से बस मानवता मिटाई जाती है
तलवारे सिर्फ खून बहाती हैं
कलमें इतिहास बनाती हैं।
असंख्य ज्ञान लिपिबद्ध बनाकर,
जनमानस का उद्धार हुआ
कुंठित समाज को सभ्य बनाकर,
मानवता का विकास हुआ
जा कर धरा पर चांद के,
भू-गोल की गणना होती है
तलवार सिर्फ खून बहाती हैं
कलमें इतिहास बनाती हैं
कलमें इतिहास बनाती हैं