कर सत्य की खोज
होकर निर्भय नि:संकोच, कर सत्य की खोज।
भय की बेड़ियां तोड़कर, मिटा झूठ की धोख।।
अंधकार मिटेगा प्रलय सा, उठेगा सूरज बोध।
तर्क सत्य का दीप जलाकर, बढ़ आगे की ओर।।
अपने मन की शक्ति से, तोड़ अज्ञानता का पाश।
मन का संदेह मिटाकर, जला जिज्ञासा की ज्योत।।
शब्दों में ना ढूंढ कर, अनुभव में सत्य को ढूंढ।
मिलता नहीं किसी दुकान में, रख बात ये याद।।
सत्य में अपार शक्ति है, सत्य में ही ईश्वर है।
सत्य के मार्ग पर चलकर, धर्म का पालन कर।।
– सुमन मीना (अदिति)
लेखिका एवं साहित्यकार