Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Apr 2021 · 1 min read

करोना का ब्याह ( हास्य व्यंग काव्य )

ओ करोना! चल तेरा ब्याह करवा दें ,
सुंदर सी तेज़ दुल्हनिया तुझे दिलवा दें ।

ऐसी दुल्हनिया जो चलाए ऐसा जादू ,
सुध बुध तेरा छीनकर करे तुझपे काबू ।

तू सेर है तो सवा सेर तेरी दुल्हन ढूंढेंगे ,
तुझे नाच नचाने वाली हंटरवाली ढूंढेंगे ।

बड़ा शेर बनता है निकल जायेगी अकड़ ,
भूलेगा हमें सताना जब शेरनी लेगी जकड़ ।

ना जी सकेगा ,ना मर सकेगा होगा ऐसा हाल ,
गृहस्थी की चक्की में पीसकर होगा तू बेहाल ।

करके ब्याह तेरा तुझे भेज देंगे वापिस चाइना,
अपने जन्म दाता के साथ वही जीना – मरना ।

एहसान मानेगा जिनपिंग भेजी बहु बेटे के साथ ,
हमें बहुत सताया अब करना उससे भी दो-दो हाथ ।

करो चाहे परस्पर दो दो हाथ,पर छोड़ो हमारी जान,
तेरी शादी कर तुझसे पल्ला झाड़ना हमारा अरमान।

खुदाया ! यह अरमान हमारा काश पूरा हो जाए,
बस किसी तरह करोना -करोनी का ब्याह हो जाए।

Language: Hindi
2 Likes · 8 Comments · 265 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
राख का ढेर।
राख का ढेर।
Taj Mohammad
रग रग में देशभक्ति
रग रग में देशभक्ति
भरत कुमार सोलंकी
* ये शिक्षक *
* ये शिक्षक *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*
*"रोटी"*
Shashi kala vyas
तुम और बिंदी
तुम और बिंदी
Awadhesh Singh
ख़ुशबू आ रही है मेरे हाथों से
ख़ुशबू आ रही है मेरे हाथों से
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
🤔🤔🤔
🤔🤔🤔
शेखर सिंह
वह कुछ नहीं जानती
वह कुछ नहीं जानती
Bindesh kumar jha
भाव में,भाषा में थोड़ा सा चयन कर लें
भाव में,भाषा में थोड़ा सा चयन कर लें
Shweta Soni
रमेशराज की कविता विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की कविता विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
फेसबुक वाला प्यार
फेसबुक वाला प्यार
के. के. राजीव
3824.💐 *पूर्णिका* 💐
3824.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
प्रार्थना(हनुमान जी)
प्रार्थना(हनुमान जी)
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
"एक ख्वाब टुटा था"
Lohit Tamta
" फर्क "
Dr. Kishan tandon kranti
घर का हर कोना
घर का हर कोना
Chitra Bisht
चाहत अभी बाकी हैं
चाहत अभी बाकी हैं
Surinder blackpen
गिरें पत्तों की परवाह कौन करें
गिरें पत्तों की परवाह कौन करें
Keshav kishor Kumar
सूरज
सूरज
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
यूँ जो तुम लोगो के हिसाब से खुद को बदल रहे हो,
यूँ जो तुम लोगो के हिसाब से खुद को बदल रहे हो,
पूर्वार्थ
पेड़ से इक दरख़ास्त है,
पेड़ से इक दरख़ास्त है,
Aarti sirsat
माना कि हम बेवफा हैं, 2 पर ए मेरे यार तुम तो बेवफा ना थे।
माना कि हम बेवफा हैं, 2 पर ए मेरे यार तुम तो बेवफा ना थे।
Annu Gurjar
ज़िंदगी में गीत खुशियों के ही गाना दोस्तो
ज़िंदगी में गीत खुशियों के ही गाना दोस्तो
Dr. Alpana Suhasini
तसल्ली के लिए इक इक कोने की तलाशी कर लो
तसल्ली के लिए इक इक कोने की तलाशी कर लो
शिव प्रताप लोधी
कीलों की क्या औकात ?
कीलों की क्या औकात ?
Anand Sharma
वक़्त आज तेजी से बदल रहा है...
वक़्त आज तेजी से बदल रहा है...
Ajit Kumar "Karn"
अब जी हुजूरी हम करते नहीं
अब जी हुजूरी हम करते नहीं
gurudeenverma198
एक लड़की एक लड़के से कहती है की अगर मेरी शादी हो जायेगी तो त
एक लड़की एक लड़के से कहती है की अगर मेरी शादी हो जायेगी तो त
Rituraj shivem verma
#हिरोशिमा_दिवस_आज
#हिरोशिमा_दिवस_आज
*प्रणय*
* मन कही *
* मन कही *
surenderpal vaidya
Loading...