(@ करवा चौथ@) पति से खूब प्रीति बढै निशदिन इस हेतु ही व्रत ये धारति हैं ।
(@ करवा चौथ@)
पति से खूब प्रीति बढै निशदिन
इस हेतु ही व्रत ये धारति हैं ।
दीर्घ जीवी बनें नित सुहाग रहे
ये प्रेम की दीपक बारति है।
पति ही परमेश्वर है इनका
शत कोटि अनंग को वारति हैं ।
चाँद के साथ पति मुखडा
विप्र तुलना शशि से ही कारति हैं ।
प्रिय प्रेम की आस रहे हरदम
इस हेतु करवा व्रत धारति हैं ।
सोरह कला का चंदा दिखे
इस हेतु ही चाँद निहारति हैं ।
सब व्रत मे ये पुनीत महा
इस हेतु करवा व्रत धारति हैं ।
विन्ध्यप्रकाश मिश्र विप्र
नरई चौराहा संग्रामगढ प्रतापगढ