करवाचौथ
करवाचौथ व्रत और पर्व हम मानते हैं।
पति की लम्बी उम्र की प्रार्थना करते हैं।
बेटी बहन मां नारी ही रिश्ते निभाती हैं।
सदा सुहागिन का वरदान हम चाहते हैं।
हम सभी मानव जीवन का सच कहते हैं।
पत्नी पति के साथ धर्म को निभाती हैं।
आधुनिक सशमय में भी करवाचौथ मनाते हैं।
अपने अपने नियम हम सभी बनाते हैं।
सच और व्रत सावित्री कथा हम कहते हैं।
निर्जल उपवास हम सभी नारी करते हैं।
नारी शक्ति और धर्म का नियम निभाती हैं।
आओ हम करवाचौथ का धर्म निभाते हैं।
नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र