Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Oct 2024 · 1 min read

*करते स्वागत आपका, श्री कुमार विश्वास (कुंडलिया )*

करते स्वागत आपका, श्री कुमार विश्वास (कुंडलिया )
————————————–
करते स्वागत आपका श्री कुमार विश्वास
अहोभाग्य हैं क्या कहें, मिला आपका पास
मिला आपका पास, रामपुर आप पधारे
लिए प्रेम की धार, छू रहे नभ के तारे
कहते रवि कविराय, रंग वसुधा में भरते
वंदन हो स्वीकार, रामपुर-वासी करते
————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

26 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
आया नववर्ष
आया नववर्ष
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
आओ एक गीत लिखते है।
आओ एक गीत लिखते है।
PRATIK JANGID
पिता का साया
पिता का साया
Neeraj Agarwal
जुमर-ए-अहबाब के बीच तेरा किस्सा यूं छिड़ गया,
जुमर-ए-अहबाब के बीच तेरा किस्सा यूं छिड़ गया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
UPSC-MPPSC प्री परीक्षा: अंतिम क्षणों का उत्साह
UPSC-MPPSC प्री परीक्षा: अंतिम क्षणों का उत्साह
पूर्वार्थ
1)“काग़ज़ के कोरे पन्ने चूमती कलम”
1)“काग़ज़ के कोरे पन्ने चूमती कलम”
Sapna Arora
मुद्दा मंदिर का
मुद्दा मंदिर का
जय लगन कुमार हैप्पी
बड़ी  हसीन  रात  थी  बड़े  हसीन  लोग  थे।
बड़ी हसीन रात थी बड़े हसीन लोग थे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
🙏आप सभी को सपरिवार
🙏आप सभी को सपरिवार
Neelam Sharma
If.. I Will Become Careless,
If.. I Will Become Careless,
Ravi Betulwala
पहले नदियां थी , तालाब और पोखरें थी । हमें लगा पानी और पेड़
पहले नदियां थी , तालाब और पोखरें थी । हमें लगा पानी और पेड़
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
एक अजीब सी आग लगी है जिंदगी में,
एक अजीब सी आग लगी है जिंदगी में,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
4011.💐 *पूर्णिका* 💐
4011.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
😊प्रभात-संदेश😊
😊प्रभात-संदेश😊
*प्रणय प्रभात*
" प्रेम "
Dr. Kishan tandon kranti
मस्ती का त्योहार है होली
मस्ती का त्योहार है होली
कवि रमेशराज
*सवर्ण (उच्च जाति)और शुद्र नीच (जाति)*
*सवर्ण (उच्च जाति)और शुद्र नीच (जाति)*
Rituraj shivem verma
यॅू तो,
यॅू तो,
TAMANNA BILASPURI
ताश के महल अब हम बनाते नहीं
ताश के महल अब हम बनाते नहीं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
*याद  तेरी  यार  आती है*
*याद तेरी यार आती है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हमने तुम्हें क्या समझा था,
हमने तुम्हें क्या समझा था,
ओनिका सेतिया 'अनु '
A Dream In The Oceanfront
A Dream In The Oceanfront
Natasha Stephen
*नृत्य करोगे तन्मय होकर, तो भी प्रभु मिल जाएँगे 【हिंदी गजल/ग
*नृत्य करोगे तन्मय होकर, तो भी प्रभु मिल जाएँगे 【हिंदी गजल/ग
Ravi Prakash
कहाँ तक जाओगे दिल को जलाने वाले
कहाँ तक जाओगे दिल को जलाने वाले
VINOD CHAUHAN
आज तू नहीं मेरे साथ
आज तू नहीं मेरे साथ
हिमांशु Kulshrestha
ସେହି ଲୋକମାନେ
ସେହି ଲୋକମାନେ
Otteri Selvakumar
भोला-भाला गुड्डा
भोला-भाला गुड्डा
Kanchan Khanna
किया जाता नहीं रुसवा किसी को
किया जाता नहीं रुसवा किसी को
कवि दीपक बवेजा
माँ भारती की पुकार
माँ भारती की पुकार
लक्ष्मी सिंह
कोशिशों की न पूछ कुछ हमसे,
कोशिशों की न पूछ कुछ हमसे,
Dr fauzia Naseem shad
Loading...