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2 Jan 2025 · 1 min read

करते रहो सुकर्म को सोचो न फल कभी

करते रहो सुकर्म को सोचो न फल कभी
कमजोर को दिखाना नहीं अपना बल कभी
आलस्य में अगर न किया काम ध्यान से
तो देख लेना ये नहीं आएगा पल कभी
डॉ अर्चना गुप्ता

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