करता है क्यों घमंड माया पर –आर के रस्तोगी
करता है क्यों तू घमंड माया पर,ये तो आनी जानी है |
कर ले कुछ नेक काम,फिर न मिलगी जिन्दगानी है ||
समझता था जिन्हें अपना वे तुझे फूक कर आ जायेगे |
खिला दे भूखे को रोटी,ये हाथ तुझे फिर न मिल पायेगे ||
साथ तेरे कुछ नहीं जायेगा,ये सब कुछ तू भी जानता है |
क्यों कर रहा इकठ्ठा ये संपत्तिया क्यों नही तू बाटता है ||
चार दिन की चाँदनी है,फिर अँधेरी रात भी आ जायेगी |
मौत कब आ जायेगी ,इसकी खबर तुझे न मिल पायेगी ||
बना ले लोगो से अच्छे सम्बन्ध ये ही तेरे साथ जायेगे |
तेरे जाने के बाद तेरे सम्बन्धो को लोग याद कर पायेगे ||
लिख ले रस्तोगी अच्छी बाते, जिन्दगी की कलम टूट जायेगी |
पहले खुद कर,फिर दे नसीहत,दुनिया को तब समझ आयेगी ||
आर के रस्तोगी
मो 9971006425