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15 May 2023 · 1 min read

करके देखिए

रे मनवा मन तेल नहीं तेल की धार देखिएं
किसी की ग़लती नही खुद के विचार देखिएं
दुख से दुखी नहीं लोग फंसे मझधार देखिएं
किसी से ईर्ष्या नहीं अपना घर-परिवार देखिएं
कुकर्म करने से पहले सजा नरक द्वार देखिएं
मुंह फेरे नहीं परदर्द देख मददगार बन देखिए
समय वो बेकार नहीं उससे मिली खुशी देखिए
बुरी वस्तु नहीं अच्छी चीजें भी सौ बार देखिएं
फ़ूहड़ गान नाच नही सच गीत मल्हार देखिएं।
केवल अपने खातिर नहीं सब उपकार देखिएं।
– सीमा गुप्ता, अलवर राजस्थान

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 160 Views
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