Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Sep 2017 · 1 min read

कमी सी है

सुन,
कुछ कमी सी है,आंखों में भी नमी सी है।
समय निकला जा रहा नित,मुट्ठी से रेत सा,
जिंदगी है रफ्तार में और सांसें थमी सी हैं।
खड़ी हो रही हर जगह गगन चुंबी इमारतें,
मगर खिसक रही मानों,पैरों तले ज़मीं सी है।
दिखतें हैं गुलाब शूलों में भी मुस्कुराते नीलम
लगता है उनकी भी हालत बिल्कुल हमीं सी है।
इंसान इंसानियत नोचता है बीच बाज़ारजिस तरह,
सुन,लहु धमनियां लग रहीं सबकी अब जमी सी हैं।

नीलम शर्मा

Language: Hindi
270 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्यार शब्द में अब पहले वाली सनसनाहट नहीं रही...
प्यार शब्द में अब पहले वाली सनसनाहट नहीं रही...
Ajit Kumar "Karn"
तुम्हे शिकायत है कि जन्नत नहीं मिली
तुम्हे शिकायत है कि जन्नत नहीं मिली
Ajay Mishra
।।अथ सत्यनारायण व्रत कथा पंचम अध्याय।।
।।अथ सत्यनारायण व्रत कथा पंचम अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
होली
होली
Mukesh Kumar Sonkar
ये जो मुझे अच्छा कहते है, तभी तक कहते है,
ये जो मुझे अच्छा कहते है, तभी तक कहते है,
ओसमणी साहू 'ओश'
कर्म प्रकाशित करे ज्ञान को,
कर्म प्रकाशित करे ज्ञान को,
Sanjay ' शून्य'
*नहीं समस्या का हल कोई, किंचित आलौकिक निकलेगा (राधेश्यामी छं
*नहीं समस्या का हल कोई, किंचित आलौकिक निकलेगा (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
तुमको सोचकर जवाब दूंगा
तुमको सोचकर जवाब दूंगा
gurudeenverma198
Practice compassionate self-talk
Practice compassionate self-talk
पूर्वार्थ
चार शेर मारे गए, दर्शक बने सियार।
चार शेर मारे गए, दर्शक बने सियार।
*प्रणय*
****अपने स्वास्थ्य से प्यार करें ****
****अपने स्वास्थ्य से प्यार करें ****
Kavita Chouhan
!!! होली आई है !!!
!!! होली आई है !!!
जगदीश लववंशी
प्रेम आपको परिवर्तन के तरफ, और मोह अहंकार के तरफ ले जाता है।
प्रेम आपको परिवर्तन के तरफ, और मोह अहंकार के तरफ ले जाता है।
Ravikesh Jha
मेरे पास सो गई वो मुझसे ही रूठकर बेटी की मोहब्बत भी लाजवाब ह
मेरे पास सो गई वो मुझसे ही रूठकर बेटी की मोहब्बत भी लाजवाब ह
Ranjeet kumar patre
3815.💐 *पूर्णिका* 💐
3815.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कैसे देख पाओगे
कैसे देख पाओगे
ओंकार मिश्र
1222   1222   1222   1222
1222 1222 1222 1222
Johnny Ahmed 'क़ैस'
हम भी मौजूद हैं इस ज़ालिम दुनियां में साकी,
हम भी मौजूद हैं इस ज़ालिम दुनियां में साकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शीर्षक - खामोशी
शीर्षक - खामोशी
Neeraj Agarwal
हां मैं उत्तर प्रदेश हूं,
हां मैं उत्तर प्रदेश हूं,
Anand Kumar
" जीत "
Dr. Kishan tandon kranti
सफर में हमसफ़र
सफर में हमसफ़र
Atul "Krishn"
मुस्कुरायें तो
मुस्कुरायें तो
sushil sarna
दीवार
दीवार
अखिलेश 'अखिल'
राजा अगर मूर्ख हो तो पैसे वाले उसे तवायफ की तरह नचाते है❗
राजा अगर मूर्ख हो तो पैसे वाले उसे तवायफ की तरह नचाते है❗
शेखर सिंह
टूटे ना नेहिया की तार
टूटे ना नेहिया की तार
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
बचपन मिलता दुबारा🙏
बचपन मिलता दुबारा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
किरदार निभाना है
किरदार निभाना है
Surinder blackpen
तू मेरी मैं तेरा, इश्क है बड़ा सुनहरा
तू मेरी मैं तेरा, इश्क है बड़ा सुनहरा
SUNIL kumar
" कभी नहीं साथ छोड़ेंगे "
DrLakshman Jha Parimal
Loading...