कमियां बहुत हैं हममें
चलो मान लिया कमियां बहुत हैं हममें,
पर, थोड़ी सी खूबियां भी तो है।
कमियां हम रख लेते हैं खूबियां आप रख लो,
ग़म अपने हमें दे दो खुशियां सारी आप रख लो।
अब तो नहीं छोड़ोगे ना साथ हमारा,
समझते क्यों नहीं तुम बिन नामुमकिन है गुज़ारा।