कमल
कमल
देश भर में कमल खिलाना है ये उनका संकल्प है,
तो क्या देश को कीचड़ बनाना ही एकमात्र विकल्प है?
कमल कीचड़ में खिलता है कहते सुना था जमाने को,
पर यूँ देश में कीचड़ फैलाना अच्छा नहीं कमल खिलाने को।
उन्होंने ठान लिया है कि कैसे भी कमल खिलाना है,
उसके लिए कीचड़ चाहे तो देश को ही बनाना है।
सही है कि कमल को खिलने के लिए कीचड़ चाहिए,
पर कमल खिलाने के लिए देश को तो कीचड़ मत बनाइए।