कभी वो कसम दिला कर खिलाया करती हैं
कभी वो कसम दिला कर खिलाया करती हैं
कभी वो रूठ कर हमें मनाया करती हैं
कभी वो हमें हसा कर अपने गम भुलाया करती हैं
कभी वो खुद जाग कर हमे सुलाया करती हैं
कभी वो खुद को सजा दे के हमे बचाया करती हैं
कभी वो दिल खोल कर प्यार जताया करती हैं
कभी वो नौटंकी करके हमे हसाया करती हैं
बस इस जहां में एक वो ही है
जो दर्द सहने के बाद भी हरदम मुसकाया करती हैं
(😘 आई लव यू माई मां। 😘)