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2 Nov 2022 · 1 min read

# कभी कांटा , कभी गुलाब ……

# कभी कांटा , कभी गुलाब ……

रह गई ,
जिंदगी अब तो
कभी कांटा ,
कभी गुलाब ….!

उलझी हुई ,
इस कहानी के
एक पात्र हैं ,
मैं और आप ….!

रह गए ,
दिल में
कससमसाते हुए ,
कुछ अधूरे ख्वाब ….!

हैं कुछ ,
सवाल अधूरे ,
कुछ बाकी ,
अधूरे जवाब ….!

तन्हाई भरी महफिल
जिंदगी अब तो
कभी कांटा
कभी गुलाब ….!

चिन्ता नेताम ” मन ”
नगर पंचायत डोंगरगांव
जिला राजनांदगांव ( छत्तीसगढ़ )

Language: Hindi
4 Likes · 3 Comments · 547 Views
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