Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Aug 2024 · 1 min read

कभी कभी ये जीवन आपके सब्र की परीक्षा लेता है आपको ऐसी उलझनों

कभी कभी ये जीवन आपके सब्र की परीक्षा लेता है आपको ऐसी उलझनों मे उलझा देता है जहाँ से निकलने का कोई रास्ता नहीं होता हर तरफ अंधेरा ही अंधेरा पसरा होता हैं आप बेबस होते है लाचार होते है बस अपने दुःख को अपने अंदर ही दबाए हुए इस प्रतीक्षा मे होते है कहीं से एक रौशनी की किरण आपको आपके इस घुटन से मुक्त करने आएगी…💔🥀

1 Like · 5 Comments · 43 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
संसार एवं संस्कृति
संसार एवं संस्कृति
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
दोहे -लालची
दोहे -लालची
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
#खुलीबात
#खुलीबात
DrLakshman Jha Parimal
"वेरियर एल्विन"
Dr. Kishan tandon kranti
*मौन की चुभन*
*मौन की चुभन*
Krishna Manshi
आज ज़माना चांद पर पांव रख आया है ,
आज ज़माना चांद पर पांव रख आया है ,
पूनम दीक्षित
The Sound of Silence
The Sound of Silence
पूर्वार्थ
आँखें
आँखें
Kshma Urmila
#दिनांक:-19/4/2024
#दिनांक:-19/4/2024
Pratibha Pandey
धन की खातिर तन बिका, साथ बिका ईमान ।
धन की खातिर तन बिका, साथ बिका ईमान ।
sushil sarna
तू मेरी हीर बन गई होती - संदीप ठाकुर
तू मेरी हीर बन गई होती - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
*जूते चोरी होने का दुख (हास्य व्यंग्य)*
*जूते चोरी होने का दुख (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
आप और हम
आप और हम
Neeraj Agarwal
* लोकतंत्र महान है *
* लोकतंत्र महान है *
surenderpal vaidya
4583.*पूर्णिका*
4583.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हाय अल्ला
हाय अल्ला
DR ARUN KUMAR SHASTRI
एक मै था
एक मै था
Ashwini sharma
तन्हाई में अपनी
तन्हाई में अपनी
हिमांशु Kulshrestha
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
साहित्य गौरव
सर्वनाम के भेद
सर्वनाम के भेद
Neelam Sharma
*सत्य की खोज*
*सत्य की खोज*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
इश्क दर्द से हो गई है, वफ़ा की कोशिश जारी है,
इश्क दर्द से हो गई है, वफ़ा की कोशिश जारी है,
Pramila sultan
..
..
*प्रणय*
🙏 *गुरु चरणों की धूल* 🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल* 🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
ग़ज़ल _ खुशी में खुश भी रहो ,और कामना भी करो।
ग़ज़ल _ खुशी में खुश भी रहो ,और कामना भी करो।
Neelofar Khan
ग़ज़ल : रोज़ी रोटी जैसी ये बकवास होगी बाद में
ग़ज़ल : रोज़ी रोटी जैसी ये बकवास होगी बाद में
Nakul Kumar
हर पाँच बरस के बाद
हर पाँच बरस के बाद
Johnny Ahmed 'क़ैस'
भारत इकलौता ऐसा देश है जहां लड़के पहले इंजीनियर बन जाते है फ
भारत इकलौता ऐसा देश है जहां लड़के पहले इंजीनियर बन जाते है फ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Loading...