“”कब से था इंतजार ——— ! * प्रेम गीत*
“”””””””प्रेम गीत”””””””””‘
देखो देखो साजन तुम ,देखो मुझे बार-बार !
करती हूं प्यार मुझे कब से था इंतजार !
कब से था इंतजार ,कब से था इंतजार !
मिले अब मुझे तुम ,आया दिल को करार।।
*पाने के लिए तुझे मैने,क्या क्या न किया।
जप तप ध्यान पूजा,नाम प्रभु का लिया।।
जीवन मेरा नाम तेरे, जोड़ा दिल का तार।
कब से था इंतजार,कब से था इंतजार।।
तेरे जीवन की क्यारी को, मै तो महकाऊंगी।
फूल खिला के खुशियों के,घर को सजाऊंगी।।
जनम लू जब जब,पाऊं तुझे बार – बार।।
कब से था इंतजार, कब से था इंतजार।।
राजेश व्यास ” अनुनय”