कबूतर
करे कबूतर गुटर-गुटर गूँ |
सबसे प्यारा मैं दिखता हूँ|
धवल सफेद सलेटी काला|
लगता हूँ मैं भोला-भाला|
जब उड़ता हूँ बनती माला|
इंसानों ने भी है पाला|
बालकनी में ठुमक-ठुमक ठूँ|
करे कबूतर गुटर-गुटर गूँ |
दिखता ज्यों छोटा विमान हूँ|
भारत का मैं स्वाभिमान हूँ|
आज़ादी का चिन्ह विहग हूँ|
पहुँचाता संदेश सजग हूँ|
पंख पसारे नभ को छू लूँ|
करे कबूतर गुटर-गुटर गूँ |
मैं उड़ने की चाह जगाता|
सबमें हिम्मत जोश बढ़ाता|
सदा काम तुम्हारे आता|
फिर भी मैं तुमसे घबराता|
तुम मुझको अब मार रहे क्यूँ|
करे कबूतर गुटर-गुटर गूँ |
मैं शांति का दूत हूँ प्यारा|
नेहरू के आँखों का तारा|
इंसानों का बना सहारा|
हर मुश्किल से उसे उबारा|
जीने का पैगाम सदा दूँ|
करे कबूतर गुटर-गुटर गूँ |
वेधा सिंह