Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Apr 2020 · 1 min read

कफ़्स

ख्वाहिशें तो आसमान नापने की थी
जरूरतों ने कफ़्स में ला खड़ा किया

मांगती रही रिहाई दिल की चिडैया
कफ़्स ने इश्क का वास्ता दे दिया
~ सिद्धार्थ

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 211 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ठहर गया
ठहर गया
sushil sarna
सब कुछ मिले संभव नहीं
सब कुछ मिले संभव नहीं
Dr. Rajeev Jain
3565.💐 *पूर्णिका* 💐
3565.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
शातिर दुनिया
शातिर दुनिया
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
सही कहो तो तुम्हे झूटा लगता है
सही कहो तो तुम्हे झूटा लगता है
Rituraj shivem verma
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
Shashi kala vyas
प्यारा सा स्कूल
प्यारा सा स्कूल
Santosh kumar Miri
परमपिता तेरी जय हो !
परमपिता तेरी जय हो !
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
हर बार नहीं मनाना चाहिए महबूब को
हर बार नहीं मनाना चाहिए महबूब को
शेखर सिंह
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
क्या बिगाड़ लेगा कोई हमारा
क्या बिगाड़ लेगा कोई हमारा
VINOD CHAUHAN
..
..
*प्रणय प्रभात*
हिंदी दोहे-प्राण
हिंदी दोहे-प्राण
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
दिल के रिश्तों को संभाले रखिए जनाब,
दिल के रिश्तों को संभाले रखिए जनाब,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
धरा की प्यास पर कुंडलियां
धरा की प्यास पर कुंडलियां
Ram Krishan Rastogi
हे ईश्वर किसी की इतनी भी परीक्षा न लें
हे ईश्वर किसी की इतनी भी परीक्षा न लें
Gouri tiwari
𑒫𑒱𑒬𑓂𑒫𑒏 𑒮𑒧𑒮𑓂𑒞 𑒦𑒰𑒭𑒰 𑒏𑒹𑒿 𑒯𑒧 𑒮𑒧𑓂𑒧𑒰𑒢 𑒠𑒻𑒞 𑒕𑒲 𑒂 𑒮𑒲𑒐𑒥𑒰 𑒏 𑒔𑒹𑒭𑓂𑒙𑒰 𑒮𑒯𑒼
𑒫𑒱𑒬𑓂𑒫𑒏 𑒮𑒧𑒮𑓂𑒞 𑒦𑒰𑒭𑒰 𑒏𑒹𑒿 𑒯𑒧 𑒮𑒧𑓂𑒧𑒰𑒢 𑒠𑒻𑒞 𑒕𑒲 𑒂 𑒮𑒲𑒐𑒥𑒰 𑒏 𑒔𑒹𑒭𑓂𑒙𑒰 𑒮𑒯𑒼
DrLakshman Jha Parimal
इजहार ए इश्क
इजहार ए इश्क
साहित्य गौरव
मेरा दिल अंदर तक सहम गया..!!
मेरा दिल अंदर तक सहम गया..!!
Ravi Betulwala
सुख दुख
सुख दुख
Sûrëkhâ
*लिखते खुद हरगिज नहीं, देते अपना नाम (हास्य कुंडलिया)*
*लिखते खुद हरगिज नहीं, देते अपना नाम (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
फिर से आंखों ने
फिर से आंखों ने
Dr fauzia Naseem shad
जब कैमरे काले हुआ करते थे तो लोगो के हृदय पवित्र हुआ करते थे
जब कैमरे काले हुआ करते थे तो लोगो के हृदय पवित्र हुआ करते थे
Rj Anand Prajapati
जब अन्तस में घिरी हो, दुख की घटा अटूट,
जब अन्तस में घिरी हो, दुख की घटा अटूट,
महेश चन्द्र त्रिपाठी
आंगन की किलकारी बेटी,
आंगन की किलकारी बेटी,
Vindhya Prakash Mishra
मंदिर का न्योता ठुकराकर हे भाई तुमने पाप किया।
मंदिर का न्योता ठुकराकर हे भाई तुमने पाप किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
Wait ( Intezaar)a precious moment of life:
Wait ( Intezaar)a precious moment of life:
पूर्वार्थ
*ग़ज़ल*
*ग़ज़ल*
शेख रहमत अली "बस्तवी"
शोकहर छंद विधान (शुभांगी)
शोकहर छंद विधान (शुभांगी)
Subhash Singhai
फूल अब खिलते नहीं , खुशबू का हमको पता नहीं
फूल अब खिलते नहीं , खुशबू का हमको पता नहीं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...