कप और ग्रिप
मैं कप हूँ,
तू मेरा ग्रिप है l
मैं चाय हूँ,
तू मेरा सिप है l
मैं कड़क चाय,
तू स्वाद है मेरा l
मैं सुबह हूँ,
तू महकता गुलाब है मेरा l
तू उदित हुआ सूरज,
मै कड़कती ठंड हूँ l
Sheema ✍
मैं कप हूँ,
तू मेरा ग्रिप है l
मैं चाय हूँ,
तू मेरा सिप है l
मैं कड़क चाय,
तू स्वाद है मेरा l
मैं सुबह हूँ,
तू महकता गुलाब है मेरा l
तू उदित हुआ सूरज,
मै कड़कती ठंड हूँ l
Sheema ✍