कन्या पूजन
कन्या पूजन
नव दुर्गा के नौ रूपों का
मैं करता कन्या पूजन
आई है मैया कन्या रूप में
मेरा जीवन हो गया पावन
आदर सहित मैया को मैंने
दिया है ऊँचा आसन
भक्ति भाव से पाँव पखारू
हो जाऊँ तुम पर अर्पण
लाल चुनरिया सर पर ओढाया
माथे कुमकुम टीका लगाया
फूलों की माला पहनाकर
हाथ जोड़ कर शीश झुकाया
मन की ज्योत जलाई मैंने
हृदय से आरती उतारी मैंने
हलवा पुरी का भोग लगा कर
श्रद्धा सुमन चढ़ाई मैंने
सौभाग्य होता मेरा मैया
होता जो तेरा सिंह वाहन
नतमस्तक हो बैठा रहता
करता नित्य ही दर्शन
दे दो आशीष मुझको मैया
मैं करता रहूँ तेरा वंदन
नव दुर्गा के नौ रूपों का
मैं करता कन्या पूजन
– आशीष कुमार
मोहनिया, कैमूर, बिहार