Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jan 2020 · 1 min read

कद का अंदाजा

कद का अंदाज़ा

मेरे कद का अंदाज़ा
मेरे दोस्तों से
न लगाइए
दोस्त तो
पता नहीं कब
दुश्मन सा
व्यवहार
करने लगें

मेरे कद का अंदाज़ा
मेरे विरोधियों से
आसानी से
लग सकता है
जो किस हद तक
जोर-अाजमाइश
कर रहे हैं
मुझे रोकने के लिए

-विनोद सिल्ला©

Language: Hindi
2 Likes · 431 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जहर मिटा लो दर्शन कर के नागेश्वर भगवान के।
जहर मिटा लो दर्शन कर के नागेश्वर भगवान के।
सत्य कुमार प्रेमी
प्रतिस्पर्धाओं के इस युग में सुकून !!
प्रतिस्पर्धाओं के इस युग में सुकून !!
Rachana
सच तो हम तुम बने हैं
सच तो हम तुम बने हैं
Neeraj Agarwal
कुछ रिश्तो में हम केवल ..जरूरत होते हैं जरूरी नहीं..! अपनी अ
कुछ रिश्तो में हम केवल ..जरूरत होते हैं जरूरी नहीं..! अपनी अ
पूर्वार्थ
नींद आती है......
नींद आती है......
Kavita Chouhan
ज़िंदगी के तजुर्बे खा गए बचपन मेरा,
ज़िंदगी के तजुर्बे खा गए बचपन मेरा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
2789. *पूर्णिका*
2789. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम आंखें बंद कर लेना....!
तुम आंखें बंद कर लेना....!
VEDANTA PATEL
उधेड़बुन
उधेड़बुन
मनोज कर्ण
प्रेम जब निर्मल होता है,
प्रेम जब निर्मल होता है,
हिमांशु Kulshrestha
मरा नहीं हूं इसीलिए अभी भी जिंदा हूं ,
मरा नहीं हूं इसीलिए अभी भी जिंदा हूं ,
Manju sagar
चन्द्र की सतह पर उतरा चन्द्रयान
चन्द्र की सतह पर उतरा चन्द्रयान
नूरफातिमा खातून नूरी
रुका तू मुद्दतों के बाद मुस्कुरा के पास है
रुका तू मुद्दतों के बाद मुस्कुरा के पास है
Meenakshi Masoom
जीवन में कभी भी संत रूप में आए व्यक्ति का अनादर मत करें, क्य
जीवन में कभी भी संत रूप में आए व्यक्ति का अनादर मत करें, क्य
Sanjay ' शून्य'
*आज का संदेश*
*आज का संदेश*
*प्रणय प्रभात*
बोल दे जो बोलना है
बोल दे जो बोलना है
Monika Arora
मैंने तुझे आमवस के चाँद से पूर्णिमा का चाँद बनाया है।
मैंने तुझे आमवस के चाँद से पूर्णिमा का चाँद बनाया है।
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जिंदगी का भरोसा कहां
जिंदगी का भरोसा कहां
Surinder blackpen
इश्क़ से अपने कुछ चुने लम्हें
इश्क़ से अपने कुछ चुने लम्हें
Sandeep Thakur
अब मत खोलना मेरी ज़िन्दगी
अब मत खोलना मेरी ज़िन्दगी
शेखर सिंह
"सफर अधूरा है"
Dr. Kishan tandon kranti
सत्य
सत्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कोई दवा दुआ नहीं कोई जाम लिया है
कोई दवा दुआ नहीं कोई जाम लिया है
हरवंश हृदय
अभी कुछ बरस बीते
अभी कुछ बरस बीते
shabina. Naaz
ये साल भी इतना FAST गुजरा की
ये साल भी इतना FAST गुजरा की
Ranjeet kumar patre
*रिश्वत देकर काम निकालो, रिश्वत जिंदाबाद 【हिंदी गजल/ गीतिका】
*रिश्वत देकर काम निकालो, रिश्वत जिंदाबाद 【हिंदी गजल/ गीतिका】
Ravi Prakash
ऐ!दर्द
ऐ!दर्द
Satish Srijan
" समय बना हरकारा "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
इक शे'र
इक शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
हे मां शारदे ज्ञान दे
हे मां शारदे ज्ञान दे
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
Loading...