*कच्ची उम्र की पक्की दोस्ती*
कच्ची उम्र की पक्की दोस्ती
देखो खिलखिलाती उन्मुक्त किशोरियां,
आपस में है ये पक्की सहेलियां।
उम्र है कच्ची पर रिश्ता बड़ा गहरा ,
ना खून का संबंध ना रिश्तेदारी,
मन से मन ऐसे जुड़ जाएं ,
कभी ना बिछड़ने की है तैयारी।
विचारों का ऐसा हो गया मिलन,
फर्क नहीं पड़ता धनी या निर्धन,
एक दूसरे का संग देता आनंद,
मानो मिल गया आत्मा को प्रियजन।
सखी जो मिल गई छा गया बसंत,
ना घर की चिंता ना चेहरे पर शिकन।
भेद एक दूसरे के पेट में छिपाती हैं,
मां से जो ना कह सकें सखी को बताती हैं,
सच्ची मित्रता क्या खूब निभातीं हैं
दोष छुपा कर गुण ही दिखाती हैं।
एक चल पड़े गर राह गलत,
उसे बचा सही मार्ग पर है लाना,
दोस्ती की है तो जीवन भर निभाना,
कठिन समय पर हाथ ना छुड़ाना।
देखो खिलखिलाती उन्मुक्त किशोरियां,
आपस में हैं ये पक्की सहेलियां…….
आभा पाण्डेय
18.5.2024