कई बात अभी बाकी है
कुछ पल और ठहर जाओ के रात अभी बाकी है
दो घूंट कश के लगाओ के कई बात अभी बाकी है
जो टूटे है ख्वाब सारे वो बैठ के जोड़ेंगे
छाले दिल में है जितने भी इसी हाथ से फोड़ेंगे
थोड़ा तुम दिल को बहलाओ के ज़ज़्बात अभी बाकी है
के आज हद से गुज़र जाओ मुलाकात अभी बाकी है
तमन्ना जो भी है दिल में आज पूरी सारी कर लो
हम खाएं खो ना जाएं अपने बाहों में भर लो
करेंगे हम ना अब इंकार के इकरार अभी बाकी है
ना होंगे फिर ये हालात के ऐतबार अभी बाकी है
आज कुछ भी कह जाने की इज़ाज़त है तुम्हे
हाल-ए-दिल अपना सुनाने की इज़ाज़त है हमे
एक बार फिर से रुलाओ के जाम अभी बाकी है
गले से हमको को लगा लो कई याद अभी बाकी है
रहे हम राह तकते के तुम लौटे ही नहीं
खड़े हम अब भी मिल जाएँगे उसी मोड़ पे कहीं
हम न छोड़ेंगे कभी हाथ के साथ अभी बाकी है
आँखें देंगी खुद जवाब सवालात कई बाकी है
कुछ पल और ठहर जाओ के रात अभी बाकी है
दो घूंट कश के लगाओ के कई बात अभी बाकी है