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27 Apr 2024 · 1 min read

“औरत”

“औरत”
पुरुष जीता फकत वहम से है,
सारी रौनकें तो औरत के दम से है।
बच्चे जनती हर तहजीब सिखाती,
फिर भी आँखें उनकी नम से है।

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