Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Feb 2024 · 1 min read

औरत

चलो सुनाऊ तुम्हे
एक औरत की कहानी……😢😢😢
जो अपने को दुनिया की नज़र में …
मजबूत दिखाती है…
मगर खुद इतनी कमजोर होती है
कि अकेले में रोती है और चेहरे पर हंसी रखती है
कभी कभी मन मे ख्याल आता है कि ….
औरत का जन्म ही क्यों होता है…
जिन माँ बाप के यहाँ पैदा होती है
वहाँ उसे ये कह कर पालते है कि
तुझे पराए घर जाना है…
और जहाँ शादी होकर जाती है …
वहाँ कहते हैं कि पराये घर से आई हो
इस घर को अपना समझने की भूल न करना…
हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा
😢☺️☺️☺️☺️☺️☺️
बच्चा भी माँ के नाम से तब तक जाना जाता है
जब तक माँ अस्पताल से घर बच्चे को नहीं लाती
क्या एक औरत सिर्फ एक PRODUCTION MACHINE बन कर तो नहीं रह गई…
सिर्फ और सिर्फ बच्चे पैदा करो और किसी दूसरे का वंश बढ़ाओ…
क्या उसका अपना कोई वजूद नही होता…..

Language: Hindi
76 Views

You may also like these posts

"ख्वाब"
Dr. Kishan tandon kranti
लहरों ने टूटी कश्ती को कमतर समझ लिया
लहरों ने टूटी कश्ती को कमतर समझ लिया
अंसार एटवी
जब तक हम जीवित रहते हैं तो हम सबसे डरते हैं
जब तक हम जीवित रहते हैं तो हम सबसे डरते हैं
Sonam Puneet Dubey
अंधेरे की रोशनी हो तुम।
अंधेरे की रोशनी हो तुम।
Rj Anand Prajapati
प्यार की लौ
प्यार की लौ
Surinder blackpen
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
..
..
*प्रणय*
ग़ज़ल 1
ग़ज़ल 1
Deepesh Dwivedi
चौमासा विरहा
चौमासा विरहा
लक्ष्मी सिंह
21. Tale of An Eve
21. Tale of An Eve
Ahtesham Ahmad
जब एक ज़िंदगी है
जब एक ज़िंदगी है
Dr fauzia Naseem shad
लोग महापुरुषों एवम् बड़ी हस्तियों के छोटे से विचार को भी काफ
लोग महापुरुषों एवम् बड़ी हस्तियों के छोटे से विचार को भी काफ
Rj Anand Prajapati
सविधान दिवस
सविधान दिवस
Ranjeet kumar patre
रोजालिण्ड बनाम डेसडिमोना
रोजालिण्ड बनाम डेसडिमोना
Saraswati Bajpai
सबकी जिंदगी में कोई ना कोई शख्स  ख़ास ज़रूर बनता है
सबकी जिंदगी में कोई ना कोई शख्स ख़ास ज़रूर बनता है
Rekha khichi
ग़ज़ल _ नहीं भूल पाए , ख़तरनाक मंज़र।
ग़ज़ल _ नहीं भूल पाए , ख़तरनाक मंज़र।
Neelofar Khan
किसे फुरसत है
किसे फुरसत है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
*श्री महेश राही जी (श्रद्धाँजलि/गीतिका)*
*श्री महेश राही जी (श्रद्धाँजलि/गीतिका)*
Ravi Prakash
बड़े भाग मानुष तन पावा
बड़े भाग मानुष तन पावा
आकांक्षा राय
3581.💐 *पूर्णिका* 💐
3581.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
भले लोगों के साथ ही बुरा क्यों (लघुकथा)
भले लोगों के साथ ही बुरा क्यों (लघुकथा)
Indu Singh
- वो दुपट्टे वाली लड़की -
- वो दुपट्टे वाली लड़की -
bharat gehlot
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
पानी से पानी पर लिखना
पानी से पानी पर लिखना
Ramswaroop Dinkar
मोहब्बत के लिए गुलकारियां दोनों तरफ से है। झगड़ने को मगर तैयारियां दोनों तरफ से। ❤️ नुमाइश के लिए अब गुफ्तगू होती है मिलने पर। मगर अंदर से तो बेजारियां दोनो तरफ से हैं। ❤️
मोहब्बत के लिए गुलकारियां दोनों तरफ से है। झगड़ने को मगर तैयारियां दोनों तरफ से। ❤️ नुमाइश के लिए अब गुफ्तगू होती है मिलने पर। मगर अंदर से तो बेजारियां दोनो तरफ से हैं। ❤️
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अनपढ़ सी
अनपढ़ सी
SHAMA PARVEEN
हर
हर "प्राण" है निलय छोड़ता
Atul "Krishn"
गणगौर का त्योहार
गणगौर का त्योहार
Savitri Dhayal
शिकायत नही किसी से
शिकायत नही किसी से
Kaviraag
जिंदगी कैसी पहेली
जिंदगी कैसी पहेली
Sudhir srivastava
Loading...