ओ हमें चाहने वाले, हमें भी तेरी याद आती है …
ओ हमें चाहने वाले,
हमें भी तेरी याद आती है,
देकर अहसास खुशी का,
आंखों से बह जाती है,
तेरी चाहत का ही असर है,
गम भूल गये हम अपना,
पर कैसे संभाल सकेंगे,
तेरा प्यार मिला जो इतना,
अतः कर प्यार न मुझको इतना
मै पागल ही हो जाऊँ,
मत मान दे मुझको इतना,
मैं अभिमानी बन जाऊँ,
तू दिखा न अपनापन इतना,
हर राज बतादूं तुझको,
मत आ करीब भी इतना,
पहचान बना लूं तुझको,
तू याद भी आ मत इतना,
कि भूल ही जाऊं खुद को,
मत कर यकीन भी इतना,
कर जाऊं पार हर हद को,
तुमसे अनुरोध है बस इतना,
तेरे दिल में बस जाने दो,
साथी बन कर सुख दुख का,
जीवन भर साथ निभाने दो।
✍️ – सुनील सुमन