Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2017 · 1 min read

ओस

पत्तों पर ठहरी ओस की बूँदें
नाजुक हल्की सी हवा से थरथराती
सूरज की पहली किरण में झिलमिलाती
नज़र पड़ते ही अन्तस को छू दें
तरल आकृति,
छोटे बच्चे के मन सी सरल
पत्ते के धरातल पर,
पाँव में बँधे घुंघरू सी चंचल
नाचती थिरकती पल पल
धोकर सुबह के चेहरे को
जीवन की हलचल में
हो जाती ओझल.
अपर्णा थपलियाल”रानू”

Language: Hindi
396 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फुटपाथ की ठंड
फुटपाथ की ठंड
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
"अभ्यास"
Dr. Kishan tandon kranti
ଡାକ ଆଉ ଶୁଭୁ ନାହିଁ ହିଆ ଓ ଜଟିଆ
ଡାକ ଆଉ ଶୁଭୁ ନାହିଁ ହିଆ ଓ ଜଟିଆ
Bidyadhar Mantry
वक़्त है तू
वक़्त है तू
Dr fauzia Naseem shad
*छंद--भुजंग प्रयात
*छंद--भुजंग प्रयात
Poonam gupta
उमंग
उमंग
Akash Yadav
ज़िंदगी के फ़लसफ़े
ज़िंदगी के फ़लसफ़े
Shyam Sundar Subramanian
दोस्ती के नाम
दोस्ती के नाम
Dr. Rajeev Jain
पेट लव्हर
पेट लव्हर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
‼ ** सालते जज़्बात ** ‼
‼ ** सालते जज़्बात ** ‼
Dr Manju Saini
बादल गरजते और बरसते हैं
बादल गरजते और बरसते हैं
Neeraj Agarwal
कोई आपसे तब तक ईर्ष्या नहीं कर सकता है जब तक वो आपसे परिचित
कोई आपसे तब तक ईर्ष्या नहीं कर सकता है जब तक वो आपसे परिचित
Rj Anand Prajapati
*किताब*
*किताब*
Dushyant Kumar
कीमत
कीमत
Ashwani Kumar Jaiswal
लहर आजादी की
लहर आजादी की
चक्षिमा भारद्वाज"खुशी"
शासन की ट्रेन पलटी
शासन की ट्रेन पलटी
*Author प्रणय प्रभात*
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ७)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ७)
Kanchan Khanna
भरोसा खुद पर
भरोसा खुद पर
Mukesh Kumar Sonkar
देख बहना ई कैसा हमार आदमी।
देख बहना ई कैसा हमार आदमी।
सत्य कुमार प्रेमी
Today's Thought
Today's Thought
DR ARUN KUMAR SHASTRI
2988.*पूर्णिका*
2988.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
राम लला की हो गई,
राम लला की हो गई,
sushil sarna
*करते सौदा देश का, सत्ता से बस प्यार (कुंडलिया)*
*करते सौदा देश का, सत्ता से बस प्यार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
पुण्यात्मा के हाथ भी, हो जाते हैं पाप।
पुण्यात्मा के हाथ भी, हो जाते हैं पाप।
डॉ.सीमा अग्रवाल
वो सुहानी शाम
वो सुहानी शाम
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
सधे कदम
सधे कदम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
यादों को कहाँ छोड़ सकते हैं,समय चलता रहता है,यादें मन में रह
यादों को कहाँ छोड़ सकते हैं,समय चलता रहता है,यादें मन में रह
Meera Thakur
माटी में है मां की ममता
माटी में है मां की ममता
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मन बैठ मेरे पास पल भर,शांति से विश्राम कर
मन बैठ मेरे पास पल भर,शांति से विश्राम कर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
राम राम सिया राम
राम राम सिया राम
नेताम आर सी
Loading...