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30 Apr 2019 · 1 min read

ओम जय मोबाइल देवा –आर के रस्तोगी

ओम जय मोबाइल देवा ,प्रभु जय मोबाइल देवा |
तुम सबकी करत हो सेवा, प्रभु दिन रात ही सेवा || ओम जय —
तुम बिन आँख न खुलत है,तुम बिन न होत कलेवा |
इस तरह तुम जन जन की,आठो पहर करत सेवा || ओम जय —
तुम बिन कोई काम न होत जब तक तुम न होवा |
मात-पिता हो तुम मेरे ,पर बच्चो की करत हो सेवा || ओम जय —
तुम बिन चैट न होत है,तुम बिन मित्र नहीं बनते |
हम तो थक जाते है प्रभु,पर तुम कभी नही थकते || ओम जय—
तुम हो मेरे प्राण पिता ,तुमको बिसराऊ अब कैसे |
जब तुम नहीं होते, मै तडफू जल बिन मीन जैसे || ओम जय —
भूल जाते है सब काम जग के,पर तुमको न भूलते |
कृपा करो प्रभु सब पर, हम तो तुम्हरी शरण रहते || ओम जय —

आर के रस्तोगी
बी १३१५ पालम विहार गुडगाँव
मो 9971006425

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 310 Views
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