ऐ दोस्त मेरे…
ए दोस्त मेरे कब से था इंतजार तेरा
आ बैठ ये घर है तेरा
मुझको न थी खबर तेरे आने की
मिलने को तुझसे
बेचैन है दिल मेरा
कब मिलेंगे कोई तो बताए
तू आया भी और हम मिल न पाए
तेरे आने से अपनी दोस्ती के वो
किस्से फिर से याद आए
भूला नही हूँ आज भी
वो पल जो हमने साथ थे बिताए
चल और बता लाइफ मे आ रहा है मजा
भाभी बच्चे और आंटी सब सही है ना
मेरे भाई सबका ध्यान रखना
अपने इस मित्र को फिर याद करना
चल भाई जल्द ही मिलेंगे
साथ बैठ उन किस्सों को
याद कर खूब हँसेगे
भाई राम राम है
तेरी मेरी दुआ सलाम है……….
निखिल कुमार#अंजान#…….