ऐ दिल चल फिर से।
ऐ दिल चल फिर से उनसे इश्क़ किया जाये।
एक बार और प्यार में उनके रोया हँसा जाये।।1।।
उन्हें पाने की आरजू आ दिल में फिर से करें।
घर आने से उनके मेरा सारा घर महका जाये।।2।।
करे फिरसे मोहब्बत उस जान-ए-कयामत से।
वो देखो परवाना शम्मा में जल कर मरा जायें।।3।।
उतर कर रूह में उनकी फिर से वो ज़ुर्रत करे।
बनकर दिले सांसे उनके सीने में धड़का जायें।।4।।
शिकायत थी उनकी कि हम उन्हें मिलते नहीं।
तो बनके खुसबू उनके बदन की महका जाये।।5।।
उनकी दिले तमन्ना से पूँछों कि आरजू क्या है।
अरमानों में फिर उनके मौसमों सा ढला जाये।।6।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ