ऐ तिरंगे
ऐ आज़ाद तिरंगे… तू ही बता,
किस तरह तेरा शुक्रिया अदा करुँ,
दुनिया की तमाम शान-ओ-शौहरत…
इनका कोई वजूद नहीं तेरे आगे…
मेरा बस चले… तो अपनी हर जिंदगी तुझपे कुर्बान करुँ…!!
ऐ आज़ाद तिरंगे… तू ही बता,
किस तरह तेरा शुक्रिया अदा करुँ,
दुनिया की तमाम शान-ओ-शौहरत…
इनका कोई वजूद नहीं तेरे आगे…
मेरा बस चले… तो अपनी हर जिंदगी तुझपे कुर्बान करुँ…!!