“ऐ जिन्दगी”
“ऐ जिन्दगी”
तू तभी तक रहे
जब तक तुझसे इश्क बाकी रहे,
ले जाना ऊपर वाले हर हाल में
जब इश्क खत्म हो जाए
और जिन्दगी सिर्फ एकाकी रहे।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
“ऐ जिन्दगी”
तू तभी तक रहे
जब तक तुझसे इश्क बाकी रहे,
ले जाना ऊपर वाले हर हाल में
जब इश्क खत्म हो जाए
और जिन्दगी सिर्फ एकाकी रहे।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति